जीवन बीमा लेते समय इन 9 बातों की जानकारी जरुर रखें? | top 9 tips for life insurance in hindi | jeevan bima tips in hindi
कई बीमा करने वाली कंपनियां महिलाओं मामले में बच्चे को जन्म देने के दौरान होने वाली मृत्यु को कवर नहीं करती है। इसलिए आप जीवन बीमा लेते समय विशेषकर महिलाओं के मामले में अच्छी तरह नियम और शर्तों को समझ लेना चाहिए।
इस कोविड-19 की महामारी की महामारी ने हमे अच्छी तरह बता दिया है को जीवन का कोई भरोसा नहीं है। कोरोना महामारी में कई लोगों के हंसते खेलते परिवार खत्म हो गए है। किसी अपने की भरपाई कोई नही कर सकता है।
जीवन बीमा आपके परिवार के सदस्यों को फिर नहीं ला सकता है लेकिन आपको आर्थिक रूप से बनाए रखने में मदद करता है। इंश्योरेंस का मार्केट काफी बड़ा है, ओर इसमें कई प्रकार की बीमा कंपनिया है।
हर कंपनी अपने हिसाब से इंश्योरेंस पॉलिसी ऑफर करती है, जिसमे कई प्रकार के लाभ होते है। लेकिन इसमें कई ऐसी बाते भी होती है जो आपको जाननी चाहिए।
आज हम इस पोस्ट में आपको बताएंगे की कोई जीवन बीमा पॉलिसी जीवन बीमा लेते समय इन 9 बातों की जानकारी जरुर रखें?
विषय सूची
जीवन बीमा लेते समय इन 9 बातों का ध्यान जरुर रखे
1. अपनी आदतों और पुरानी बीमारी को बीमा कंपनी के सामने रखे
कई लोग अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी की प्रीमियम बचाने के चक्कर में अपनी धूर्मपान की आदत तथा पुरानी बीमारियों के बारे में बीमा लेते समय खुलकर उल्लेख नहीं करते है।
ऐसे में यदि बीमाधारक को मृत्यु होती है। और वह मृत्यु धूम्रपान या लंबी बीमारी के कारण होती है तो बीमा कंपनी इस प्रकार के दावे को खारिज कर देती है।
इसलिए आपको पॉलिसी लेते समय प्रीमियम के पैसे बचाने के बारे में नहीं सोचना चाहिए। इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय आपको अपनी मेडिकल हिस्ट्री और आदतों के बारे में उल्लेख जरूर करना चाहिए। जिससे आपके परिवार या लाभार्थी को दावा करते समय किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो।
2. आपराधिक और गैर कानूनी गतिविधियों में सक्रिय होने पर
किसी भी प्रकार की बीमा कंपनी द्वारा दी गई इंश्योरेंस पॉलिसी में गैर कानूनी और आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने पर हुए नुकसान को बीमा कंपनी कवर नहीं करती हैं।
- शराब या नशीली दवाएं के लेने के कारण हुए मृत्यु को कवर नहीं किया जाता है।
- बिना सीट बेल्ट के ड्राइविंग करते समय किसी दुर्घटना में मृत्यु होना या चोट लगना को कवर नहीं किया जाता है।
- तेज स्पीड से ड्राइविंग करते समय दुर्घटना में हुई मृत्यु को कवर नहीं किया जाता है।
3. आत्महत्या करना
यदि कोई बीमाधारक आत्महत्या करता है तो उसे जीवन बीमा में कवर नहीं किया जाता है। आत्महत्या के अलावा किसी भी प्रकार की जानलेवा गतिविधियों में शामिल होने पर हुई मृत्यु या मौत को कवर नहीं किया जाता है।
4. किसी भी प्रकार के युद्ध में शामिल होना
यदि कोई बीमाधारक किसी युद्ध संबंधी गतिविधियों में शामिल होता है और उसकी इस प्रकार की गतिविधियों में भाग लेने के दौरान मृत्यु हो जाती है।इस प्रकार की स्थिति में बीमाधारक के परिवार या लाभार्थी को मृत्यु लाभ का भुगतान नहीं किया जाता है।
5. मातृत्व से संबंधित
कई इंश्योरेंस करने वाली कंपनियां महिलाओं के गर्भावस्था के दौरान बच्चे को जन्म देते समय मृत्यु हो जाती है, तो उस मृत्यु को कवर नहीं किया जाता हैं।
6. उड़ान दुर्घटना (flight accident)
यदि बीमाधारक व्यक्ति किसी कमर्शियल एयरलाइंस में ट्रैवल करते समय किसी दुर्घटना में उसकी मृत्यु होती है। और एयरलाइंस अपने तय रूट तथा कार्यक्रम का पालन करती है तो इंश्योरेंस कंपनी बीमाधारक के परिवार या लाभार्थी को बीमा का भुगतान करती है।
लेकिन यदि बीमाधारक व्यक्ति किसी निजी एरोप्लेन में सफर कर रहा हो और उसकी मृत्यु हो जाती है तो इस तरह को मौत को बीमा कंपनी कवर नहीं करती है।
7. जितनी जल्दी पॉलिसी खरीदोगे, पॉलिसी उतनी ही सस्ती मिलेगी
यदि आप कोई लाइफ इंश्योरेंस जितना जल्दी खरीदोगे, इससे आपको काफी फायदा मिलता है। आप जितनी लेट पॉलिसी लेंगे आपको उतनी ही महंगी मिलेगी। हर साल बीतने के साथ साथ लाइफ इंश्योरेंस का प्रीमियम भी बढ़ता रहता है।
8. इंश्योरेंस की जानकारी परिवार को जरूर दे
यदि आप कोई लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद रहे हो तो यह जानकारी अपने परिवार को जरूर देनी चाहिए। ताकि आपके परिवार को आर्थिक सहायता मिल सके।
यदि आप अपनी पॉलिसी के बारे में अपने परिवार को नहीं बताते है और आपकी मृत्यु हो जाती है। तब आपके परिवार को आपके बीमा की जानकारी नहीं होने की स्थिति में आपके परिवार को वित्तीय रूप से लाभ नहीं मिलता है।
तब आपकी सारी प्लानिंग बेकार हो जाती है। इसलिए लाइफ इंश्योरेंस खरीदने के बाद अपने परिवार, बच्चो या पत्नी को जरूर बतानी चाहिए।
9. बीमा और निवेश अलग अलग रखे
किसी भी व्यक्ति का जीवन बीमा पॉलिसी खरीदने का उद्देश्य रिस्क से सुरक्षा पाना होता है। तथा कोई भी व्यक्ति निवेश अपनी निजी संपति बढ़ाने में करता है। लेकिन हमें लाइफ इंश्योरेंस और इन्वेसमेंट अलग अलग रखनी चाहिए।
इंश्योरेंस और इन्वेसमेंट दोनो में पैसे लगाने से आपका ना ही लाइफ इंश्योरेंस लेने का उद्देश्य पूरा होगा और ना ही आप एक अच्छा रिटर्न निकाल पाते हो। इस प्रकार का लाइफ इंश्योरेंस आपको महंगा पड़ सकता है।