मातृत्व बीमा क्या है, गर्भावस्था मेडिक्लेम, इसकी लाभ और विशेषताए, कवर, बीमा प्रीमियम, और किसे खरीदना चाहिए (Maternity insurance definition in hindi, Benefits, Features, coverage, premium details in hindi)
महिलाओं के लिए गर्भवती होना एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। यह खुशियों के साथ आर्थिक ज़िम्मेदारी को भी लेकर आता है। इसलिए सही इंश्योरेंस कवर लेना बहुत जरूरी है।
हॉस्पिटल में डिलीवरी के दौरान कई खर्चे होते है। जैसे की डिलीवरी खर्च, दवाइयों का खर्च, मेडिकल खर्च आदि। मातृत्व बीमा योजना आपको इस प्रकार के बढ़ते खर्चों को कम करने में मदद कर सकता है।
आइए जानते है की मातृत्व बीमा क्या है? इसकी लाभ और विशेषताए क्या है? यह किसे खरीदना चाहिए?
विषय सूची
मातृत्व बीमा क्या है? (what maternity insurance in hindi)
मैटरनिटी इंश्योरेंस मुख्य रूप से स्वास्थ्य बीमा के साथ अतिरिक्त कवर या ऐड ऑन के रूप में मिलता है। यह इंश्योरेंस बच्चों की सीजैरियन और सामान्य डिलीवरी दोनो खर्चों को कवर करता है।
यह मुख्य रूप से प्रेग्नेंसी से जुड़े खर्चों को कवर करता है। इस तरह के बीमा में हॉस्पिटल में भर्ती होने, चैकअप, टेस्ट, दवाईयों आदि का खर्च दिया जाता है।
कुछ बीमा कंपनियां मैटरनिटी इंश्योरेंस में प्रसव से पहले और बाद में नवजात शिशु के लिए खर्चों के साथ गर्भावस्था मेडिक्लैम कवर देती है। कुछ कंपनियां/कॉरपोरेट अपने महिला कर्मियों के लिए स्वास्थ्य बीमा के साथ साथ मातृत्व बीमा का लाभ देती है।
maternity insurance meaning in hindi: मातृत्व बीमा
मातृत्व बीमा के लाभ और विशेषताएं (Benefits and Features of Maternity Insurance in hindi)
मातृत्व बीमा उन महिलाओं के लिए डिजाईन किया गया है, जो बच्चें की प्लानिंग कर रहे हैं या गर्भवती है। यह बीमा महिला और बच्चें को सुरक्षा प्रदान करने में मदद करता है। यह महिलाओं को प्रसव या गर्भावस्था के दौरान या नवजात बच्चे को कोई समस्या आती है तो मेडिकल खर्च प्रदान किया जाता है। आइए जानते है मातृत्व बीमा के क्या लाभ और विशेषताएं हैं।
एंबुलेंस का खर्च
गर्भवती महिला को प्रसव या अन्य किसी समस्या के कारण हॉस्पिटल में भर्ती करने की आवश्यकता होती है। यदि आपके पास मातृत्व बीमा है तो आपके हॉस्पिटल जाने और आने का खर्च बीमा कंपनी द्वारा कवर किया जाता है।
हॉस्पिटल में एडमिट होने के पहले और बाद के खर्च
मातृत्व बीमा हॉस्पिटल में भर्ती होने से 30 दिन तक के सारे मेडिकल खर्च को कवर किया जाता हैं। और हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद 60 दिन तक का खर्च इस बीमा द्वारा कवर किया जाता है।
कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन कवर
आप उस प्रकार की पॉलिसी चुन सकते हो जिसमे कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन कवर उपलब्ध हो। जिससे गर्भावस्था के दौरान हॉस्पिटल में एडमिट होने पर आपको अपनी जेब से पैसा खर्च नही करना होता है।
अगर आपके पास मातृत्व बीमा है तो आप बीमा कम्पनी के नेटवर्क हॉस्पिटल में जाकर अपना इलाज शुरू करवा सकते हैं। बस आपको भर्ती होने से पहले बीमा कंपनी को सूचित करना है। आपके इलाज में खर्च सभी बिलों का भुगतान बीमा कंपनी द्वारा नेटवर्क हॉस्पिटल को दे दिया जाएगा।
टिकाकरण
नवजात बच्चों का टीकाकरण जरूरी है। क्योंकि यह शिशु को कई खतरनाक बीमारियों से सुरक्षित रखता है। एक सही मेटरनिटी इंश्योरेंस टीकाकरण का खर्च भी कवर करता है। इसलिए वह मातृत्व बीमा चुने जो आपके बच्चो को बीमारियों से सुरक्षित रखे।
वेटिंग पीरियड
कई मातृत्व बीमा में 9 महीने का वेटिंग पीरियड होता है और कई बीमा पॉलिसी में कम से कम 24 महीनो का वेटिंग पीरियड होता है। इसलिए मातृत्व बीमा खरीदते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें।
टैक्स लाभ
इस बीमा के तहत आपको आयकर अधिनियम की धारा 80C के अनुसार टैक्स बेनिफिट मिलता है।
क्लैम फ्री बोनस
यदि महिला पॉलिसी होल्डर एक निर्धारित अवधि में कोई क्लैम नहीं करती है, तो उसे अगली प्रीमियम पर कुछ छूट मिल सकती है। लेकिन हर बीमा कंपनी यह ऑफर नहीं देती है। इसलिए इंश्योरेंस खरीदते समय कंपनी की नियम और शर्तों को जरूर पढ़े।
इक्स्क्लूश़न
मातृत्व बीमा खरीदने से पहले आपको इक्स्क्लूश़न का ध्यान जरूर रखना चाहिए। गैर एलोपैथिक ईलाज, शराब या उससे होने वाले नुकसान, जन्मजात बीमारी, शराब के कारण होने वाले नुकसान, चश्मा, लेंस, दंत चिकित्सा का खर्च आदि कवर नहीं होता है। इसलिए ऐसे मातृत्व बीमा का चयन करें, जिसमे कम इक्स्क्लूश़न शामिल हो।
मातृत्व बीमा में क्या क्या कवर किया जाता है?
कोई भी मातृत्व बीमा लेने से पहले यह जानना जरूरी है की उस इंश्योरेंस पॉलिसी में क्या क्या कवर किया जाता है। जिससे आप अपने लिए यह सुनिश्चित कर सके की वह बीमा आपके लिए सही है या नहीं। हर बीमा कंपनी की अपनी नियम और शर्ते होती है, उन्हे ध्यान से जरूर पढ़े। नीचे कुछ बाते दी जा रही है, की मातृत्व बीमा में क्या क्या कवर किया जाता हैं-
नवजात बच्चे का मेडिकल खर्च
इस प्रकार के बीमा में मां के साथ नवजात बच्चे का खर्च जैसे वैक्सीन, दवाओं, टीके आदि का खर्च इस बीमा में कवर किया जाता है।
डिलीवरी से जुड़े खर्च
मातृत्व बीमा में नॉर्मल या सीजेरियन दोनो प्रकार की डिलीवरी में होने वाले मेडिकल और हॉस्पिटल खर्च को कवर किया जाता है।
हॉस्पिटल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च
आपके पास मातृत्व बीमा है और ऐसी स्थिति में आपको गर्भावस्था या प्रसव के दौरान कोई समस्या होती है तो हॉस्पिटल में एडमिट होने से 30 दिन तक का खर्च और 60 दिन तक के बाद के मेडिकल खर्च को कवर किया जाता हैं।
मेडिकल उपकरण का खर्च
जब आप हॉस्पिटल में एडमिट होते है, तो सभी मेडिकल खर्च का उपकरण जैसे आई सी यू, कमरे का किराया, आदि कवर किया जाता है।
प्रसव से पहले और बाद का खर्च
डिलीवरी के समय महिला को हॉस्पिटल में एडमिट होने से लेकर प्रसव के बाद उसे छुट्टी मिलने तक का खर्च बीमा कंपनी द्वारा वहन किया जाता है। यदि डिलीवरी के दौरान कोई जटिल समस्या आती है जैसे इमरजेंसी सर्जरी आदि का खर्च बीमा द्वारा कवर किया जाता है।
मातृत्व बीमा में क्या क्या कवर नहीं किया जाता है?
यदि आप एक महिला है और अपने लिए मातृत्व बीमा खरीदने की योजना बना रही है तो आपके पता होना चाहिए की इस प्रकार के बीमा में क्या क्या कवर नहीं किया जाता है। आइए जानते है की इस प्रकार के बीमा में क्या क्या कवर किया जाता है –
- फर्टिलिटी, स्टर्लाइजेशन, बर्थ कंट्रोल प्रोसीजर इत्यादि के ट्रीटमेंट को कवर नहीं किया जाता है।
- स्टेम सेल के स्टोरेज के खर्च को भी बीमा कंपनी द्वारा कवर नहीं किया जाता है।
- गर्भावस्था या प्रसव के दौरान मां और बच्चे को दिए गए विटामिन और सप्लीमेंट को कवर नहीं किया जाता है।
- प्रसव के बाद किए गए मेडिकल टेस्ट को कवर नहीं किया जाता है।
- प्रसव के दौरान डॉक्टर द्वारा दुबारा बुलाए जाने पर डॉक्टर की फीस पर होने वाले खर्च को कवर नहीं किया जाता है।
मातृत्व बीमा प्रीमियम (maternity insurance premium)
मातृत्व बीमा की लागत रेगुलर हेल्थ इंश्योरेंस की तुलना में काफी ज्यादा होती है। इस पॉलिसी के तहत निश्चित रूप से दावा दायर किया जाता है। इसका यही मुख्य कारण है कि मातृत्व बीमा पर अधिक प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है।
गर्भावस्था से जुड़ी लागत बढ़ती जा रही है। तथा जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाती है, वैसे वैसे आपकी प्रीमियम भी बढ़ती रहती है। आपको अधिकतम लाभों के साथ एक अच्छा बीमा प्लान चुनकर ले सकते है।
मातृत्व बीमा किसे खरीदना चाहिए?
यदि आपकी शादी अभी हुई है यानी आप एक नवविवाहित जोड़े हो तो यह बीमा आपके लिए जरूरी है। क्योंकि अब आप भविष्य में बच्चे के बारे में जरूर प्लान करेंगे। यह बीमा आपको उस समय वित्तीय रूप से मदद करता है।
इस प्रकार के बीमा में सामान्यत 9 महीने से लेकर 3/4 साल का वेटिंग पीरियड रहता है। इस अवधि के दौरान आप कोई दावा नहीं कर सकते हो। इसलिए आपको यह बीमा सही समय पर खरीदना चाहिए।